🐜 Chapter 2: चींटी - Veena 1 Class 3 🐜
चींटी से सीखें परिश्रम, विनम्रता और संगठन!
📖 दुर्भाषी शब्द और अर्थ
राग
अर्थ: भाव या स्वर
वाक्य: वह श्रम का राग गाती है।
वसंत
अर्थ: ऋतु
वाक्य: वसंत में चींटी खूब कार्य करती है।
कलाकार
अर्थ: जो सुंदर चीजें बनाता है
वाक्य: चींटी बहुत अच्छी कलाकार होती है।
पगडंडी
अर्थ: पतली रास्ता
वाक्य: चींटियाँ पगडंडी जैसी लाइन में चलती हैं।
इरादे
अर्थ: मन की ठान, लक्ष्य
वाक्य: छोटे आकार की चींटी के बड़े इरादे होते हैं।
📝 कविता पर आधारित प्रश्न
A. कविता में चींटी से क्या-क्या सीखने की बात की गई है?
- परिश्रम करना
- कभी हार न मानना
- विनम्रता
- संगठन में काम करना
- उद्देश्य की ओर बढ़ते रहना
B. कविता की पंक्तियाँ पूरी कीजिए
- घर को खूब सजाती चींटी।
- पगडंडी पर चढ़ जाती चींटी।
- दाना चुगकर लाती चींटी।
- श्रम का राग सुनाती चींटी।
C. कविता में 'चींटी' शब्द कितनी बार आया है?
उत्तर: 'चींटी' शब्द कुल 13 बार आया है।
क्रियात्मक कार्य: छात्र 13 चींटियाँ बनाएं और हर एक पर "चींटी" लिखें।
🧠 विचार और चर्चा – बातचीत के लिए प्रश्न
1. आपके आस-पास कौन-कौन से कीट-पतंगे दिखाई देते हैं?
उत्तर: मक्खी, मच्छर, तितली, मधुमक्खी, झींगुर, चींटी
2. आपने सबसे छोटा कौन-सा कीट देखा है और कहाँ?
उत्तर: चींटी, जो अक्सर रसोई या दीवारों के कोने में दिखती है।
3. आपने चींटी के अलावा कौन-कौन से परिश्रमी जीव देखे हैं?
उत्तर: मधुमक्खी, मकड़ी, गौरैया
4. आपका चींटी से जुड़ा कोई अनुभव बताइए।
उत्तर: एक बार मैंने रोटी का टुकड़ा गिराया और देखा कि चींटियाँ मिलकर उसे उठाकर ले जा रही थीं। मुझे बहुत आश्चर्य हुआ।
🗣️ संवाद लेखन – "चींटी से भेंट"
- आप: नमस्ते चींटी! आज अकेली आई हो?
- चींटी: नमस्ते! हाँ, आज मेरी टोली अलग रास्ते से जा रही है।
- आप: क्या तुम थकती नहीं हो?
- चींटी: नहीं, हम सब मिलकर काम करते हैं, तो मज़ा आता है।
- आप: तुम क्या ले जा रही हो?
- चींटी: मुझे गेहूं का दाना मिला है। मैं उसे घर ले जा रही हूँ।
🎵 तुकबंदी अभ्यास – शब्द जोड़िए
| शब्द | तुक वाले शब्द |
|---|---|
| धूप | रूप, झरूप |
| राग | भाग, नाग, पाग |
| कला | भला, चला, सिला |
| जाना | आना, खाना, माना |
✍️ भाषा की बात – शब्द अभ्यास
A. शब्दों से वाक्य बनाइए
- श्रम: श्रम से सफलता मिलती है।
- इरादे: उसके इरादे बहुत मजबूत हैं।
B. तुकांत शब्दों से वाक्य
- धूप – रूप: धूप में उसका चेहरा और भी रूपवान लगता था।
- राग – भाग: वह श्रम का राग गाकर जीवन में आगे भाग रहा है।
🎲 खेल और कहानी – “चींटी और हाथी की छुपन-छुपाई”
प्रश्न: हाथी को कैसे पता चला कि चींटी मंदिर में छुपी है?
उत्तर: क्योंकि मंदिर की ओर दाने की लाइन बनी थी और चींटी की कतार चलती जा रही थी।
प्रश्न: चींटी को कैसे पता चला कि हाथी कहाँ छुपा है?
उत्तर: हाथी का शरीर बहुत बड़ा है, इसलिए वह किसी भी चीज़ के पीछे पूरी तरह नहीं छुप पाया।
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